हम लोग अपनी ही जमीनों पर, रहमदिली की कीमत चुका रहे, हैं इन गद्ददारों को पाल कर। Ertugrul Ghazi
ये लालच एक बार खून में, सलाहियत कर जाए अगर, तो समझो खुद को, धकेल दिया अंगारों में | Ertugrul Ghazi
वो दिल जिसमें सरदारी के, लिए लालच आ जाए, जंग के काबिल नहीं रहता । Ertugrul Ghazi
जिसके साथ अल्लाह हो, उसे कोई अफ़सोस नहीं । Ertugrul Ghazi
सरदार के बोलने के बाद, कोई कैसे बोल सकता है। Ertugrul Ghazi
रात मुसलमानों के, लिए पर्दे की तरह है | Ertugrul Ghazi
हम तुर्क मासूमों की, उम्मीद बनना चाहेंगे | Ertugrul Ghazi
मेहमान तो वही अच्छे जो, बताकर पहुँचें। Ertugrul Ghazi
अल्लाह अजीज़ भी है, और मुन्तकिल भी। Ertugrul Ghazi
झूठा इल्जा़म सच्चे आदमी को, सुरखुरू करता है ईमान को, मज़बूत करता है। Ertugrul Ghazi
कबूतर कितना भी तेज़ उड़े, शेर के पंजे से कभी बचकर, नहीं जा सकता | Ertugrul Ghazi
मैंने ज़िंदगी में हज़ारों, मुश्किलें देखी हैं, और ईमान की ताकत, से उनका मुकाबला, किया है। Ertugrul Ghazi
दुश्मन हमें हर वक्त, चौंकन्ना रखेगा, बेदार रखेगा | Ertugrul Ghazi
ज़ुल्फिकार से अच्छी ना, कोई तल्वार है, ना अली से बड़ा कोई, बहादुर ज़मीन पर | Ertugrul ghazi
ईमान की ताकत के आगे, फौलाद भी कमज़ोर, पड़ जाता है | Ertugrul Ghazi
Opportunities are all around you, identify them a take advantage of them. Dhirubhai Ambani